Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana 2023 : पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के द्धारा मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत उत्तराखंड की महिलाओं को सीधे रोजगार का लाभ प्राप्त हो रहा है।
इस योजना की शुरूआत पिछले साल देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान की थी। Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana Uttarakhand 2023 के लांच होने के बाद अब राज्य में दुधारू पशुओं के लिये हरे चारे की कमी नहीं होगी।
घस्यारी कल्याण योजना उत्तराखंड में दुधारू पशुओं के लिये हरे चारे की कमी को ध्यान में रखते हुये शुरू की गयी है। आपकी जानकारी के लिये यह बताना जरूरी है कि उत्तराखंड की महिलाओं को पालतु मवेशियों के लिये हरा चारा लाने के लिये दुर्गम पहाड़ों पर जाना पड़ता है। जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त श्रम व समय खर्च करना पड़ता है। साथ ही पहाड़ों पर घने जंगलों में जंगली जानवरों के हमले का भी भय बना रहता है।
यही कारण है कि उत्तराखंड में सहकारिता विभाग के द्धारा Ghasiyari Kalyan Yojana UK शुरू की गयी है। अब उत्तराखंडी महिलाओं को पहाड़ों पर दूर जंगलों में चारा लेने के लिये नहीं जाना पड़ेगा बल्कि उन्हें अपने गांव में ही उच्चकोटि का पशु आहार व फूड पैक्ड सायलेज मिल जायेंगे।
Ghasiyari Kalyan Yojana Uttarakhand 2023 क्या है? in Hindi
Ghasiyari Kalyan Yojana का सीधा संबंध पशुओं के हरे चारे व पशु आहार से है। इस योजना के लाभार्थियों को गांव स्तर पर ही 3 रूपये प्रति किलो की दर से हरा चारा व उच्च गुणवत्ता युक्त पशु आहार उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना (MGKY 2023) उत्तराखंड में एक ओर जहां राज्य की महिलाओं को पशु चारा की जुगाड़ में लगने वाली मेहनत व समय की बचत करेगी। वहीं उन्हें जंगली जानवरों से होने वाले हमलों में भी कमी लायेगी।
इस योजना को पिछले साल प्रायोगिक रूप से उत्तराखंड के 4 जिलों में लागू किया गया था। लेकिन इस योजना की सफलता को देखते हुये पर्वतीय राज्य के सभी जिलों में लागू करने का फैसला लिया गया है। अब टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागड़ नैनीताल व देहरादून के पर्वतीय जिलों के विकास खंडों के निवासियों को भी लाभ मिलेगा। एक अनुमान के मुताबिक राज्य की करीब 3 लाख महिलाओं को योजना का लाभ मिलने जा रहा है।
Key Highlights for Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana Uttarakhand 2023
- योजना का नाम – उत्तराखंड घस्यारी कल्याण योजना
- लागू होने का वर्ष – 30 अक्तूबर 2021
- लागू करने की घोषणा किसने की – गृहमंत्री अमित शाह ने
- किसने लागू की – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
- किस राज्य में लागू है – उत्तराखंड में
- योजना के लाभार्थी – राज्य की पशुपालक महिलायें
- आधिकारिक वेबसाइट – https://uk.gov.in/
- वर्तमान स्टेटस – Active in 2022
Ghasiyari Kalyan Yojana के लाभ
घसियारी योजना उत्तराखंड के अनेक लाभ हैं। जिन्हें पाकर महिलाओं को समाज में आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होते हैं। कुछ लाभ की जानकारी आपको बिंदूवार नीचे दी जा रही है।
- घस्यारी कल्याण योजना से राज्य की 3 लाख से ज्यादा ऐसी महिलाओं को लाभ प्राप्त होने वाला है, जो पशुपालक हैं अथवा पशुपालकों को हरा चारा कलेक्ट करके बेंचनें का काम करती हैं।
- महिलाओं को पशुओं के लिये चारा आदि लेने के लिये दुर्गम पहाड़ी जंगलों में नहीं जाना पड़ेगा। जिससे उन्हें जंगली जानवरों जैसे गुलदार, पहाड़ी भालू आदि के हमलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- उत्तराखंडी महिलाओं को अब अपने विकास खंड स्तर पर ही 3 रूपये प्रति किलो की दर से हरा चारा व पैक्ड सायलेज प्राप्त हो जायेगा।
- इस योजना के तहत मिलने वाला चारा व पशु आहार बहुत ही सस्ती दर पर प्राप्त होगा।
- पशु आहार महिलाओं को पैक्ड सायलेज, टोटल मिक्स के रूप में प्राप्त होगा।
- विकास खंड व ग्राम स्तर पर चारा मिल जाने से महिलाओं को समय की बचत होगी, जिससे वह बचे हुये समय का उपयोग करके आजीविका के दूसरे साधनों पर अपना समय खर्च कर सकेंगी।
- येाजना के तहत मिलने वाले पशु आहार की क्वालिटी बहुत ही उम्दा होगी, जिससे दूध उत्पादन में 15 से 20% बढ़ोत्तरी दर्ज होने की संभावना है।
- दूध का उत्पादन करने वाली महिलाओं की आमदनी में हर महीने कम से कम 1300 रूपये में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है।
घसियारी कल्याण योजना की पात्रता संबंधी नियम
1 – योजना में आवेदन करने वाली महिलाओं का उत्तराखंड की मूल निवासी होना अनिवार्य है।
2 – राज्य की ऐसी महिलायें जिनके पास दुधारू पशु हैं, उन्हें सीधे तौर पर योजना के लिये पात्र माना जायेगा।
3 – ग्रामीण इलाकों की महिलायें ही इस योजना के लिये पात्र मानी जायेंगी।
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उत्तराखंड घस्यारी योजना के लिये जरूरी दस्तावेजों की सूची
- आधार कार्ड
- उत्तराखंड राज्य का मूल निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड / वोटर आईडी कार्ड
- बैंक खाता पासबुक की छायाप्रति IFSC कोड सहित
- नवीनतम रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो
- पैन कार्ड आदि
Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana UK में आवेदन कैसे करें
Ghasiyari Yojana UK का लाभ लेने के लिये आपको सबसे पहले अपना Registration सहकारिता विभाग में कराना होगा। घसियारी योजना उत्तराखंड में पंजीकरण के लिये आप सबसे पहले अपने विकास खंड में मौजूद सहकारिता विभाग के कार्यालय में जाकर घस्यारी कल्याण योजना फार्म की मांग करें।
इसके बाद फार्म को भर कर संबंधित कार्यालय में जमा कर दें। इसके बाद आपके आवेदन पत्र की जांच की जायेगी व भौतिक स्थलीय सर्वेक्षण के बाद यदि आप योजना के नियमों के तहत पात्र माने जाते हैं तो आपको घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड का लाभार्थी घोषित कर दिया जायेगा।
लाभार्थी के रूप में चयन होने के बाद आपको योजना के तहत उच्च गुणवत्ता युक्त पशु आहार सस्ती दरों पर मिलना शुरू हो जायेगा।
FAQ – घसियारी योजना उत्तराखंड से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
घस्यारी कल्याण योजना के तहत हरे चारे की व्यवस्था कहां से की जायेगी?
घस्यारी कल्याण योजना के तहत राज्य में ऐसी फसलों की बुवाई कराई जायेगी, जिन्हें पशुओं के लिये हरे चारे के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। मसलन उत्तराखंड में 2000 एकड़ में मक्का की फसल बोने का फैसला किया गया है। इस कदम से एक ओर राज्य में मक्का उत्पादन में वृद्धि होगी वहीं दूसरी ओर मक्का के दूसरे अवशेषों से पशुओं को हरा व पौष्टिक चारा भी प्राप्त होगा।
घसियारी योजना उत्तराखंड का संचालन किस विभाग के जरिये होगा?
उत्तराखंड के सहकारिता विभाग की देख रेख में घसियारी योजना का क्रियान्वयन व संचालन किया जायेगा।
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योजना लागू होने से पूर्व महिलाओं को पशुओं के लिये चारे का प्रबंध करने के लिये कितना समय खर्च करना पड़ता था?
एक अध्ययन के मुताबिक उत्तराखंड की महिलाओं को जंगलों से चारा लाने के लिये दिन में 7-8 घंटे खर्च करने पड़ते थे।
घसियारी योजना के लांच होने के बाद महिलायें बचे हुये समय का उपयोग किस प्रकार कर रही हैं?
Ghasiyari Kalyan Scheme का शुभारंभ होने के बाद महिलायें बचे हुये समय का उपयोग करके स्वयं सहायता समूहों से जुड़ रही हैं व ग्राम स्तर पर लघु उद्धोग लगा कर पैसे कमा रही हैं।
Ghasiyari Kalyan Yojana के तहत मिलने वाला पैक्ड सायलेज क्या होता है?
पैक्ड सायलेज हरा चारा है, जिसे पैकेट बंद करके सुरक्षित रखा जाता है।
TMR फूड क्या होता है?
योजना के तहत मिलने वाला मिश्रित पशु आहार TMR फूड कहलाता है?
मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड का उद्देश्य क्या है?
Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana UK का उद्देश्य पशुपालक महिलाओं को सस्ती दर पर उम्दा क्वालिटी का पशु आहार उपलब्ध कराना है व चारे की जुगाड़ में लगने वाले समय की बचत करना है।
क्या घसियारी योजना UK में आवेदन इस समय किया जा सकता है?
जी हां, यह योजना वर्ष 2021 से लागू है। इस योजना में आप कभी भी ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
योजना का क्रियान्वयन किस प्रकार होता है
घसियारी कल्याण योजना के तहत उत्तराखंड सरकार एम्स पैक्स के जरिये किसानों को खेती बाड़ी के उपकरण, बीज, खाद व फसल के लिये लोन आदि उपलब्ध कराती है। जिसके बाद उनकी फसल को सरकारी एजेंसियों के मार्फत खरीदा जाता है। तथा राज्य का सहकारिता विभाग पशुचारा उत्पादन इकाई के जरिये चारा उत्पादन करता है। जिसके बाद सहकारी समितियों, राशन की दुकानों, ULDB व UCDF तथा पशुपालन विभाग के चारा बैंक के माध्यम से योजना की लाभार्थी महिलाओं को पशु आहार व फूड पैक्डय सायलेज प्रदान किया जाता है।
निष्कर्ष – आज की पोस्ट घस्यारी कल्याण योजना 2023 – Mukhyamantri Ghasiyari Kalyan Yojana Uttarakhand Ka Labh Kaise Milta Hai यदि आप घसियारी योजना एप्लीकेशन फार्म आदि के विषय में कोई अन्य प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो आप हमसे कमेंट बॉक्स के जरिये पूछ सकते हैं।
महिलाओं के लिये लाभदायक योजना।